शरद पूर्णिमा के दिन खासतौर पर खीर बनाई जाती है और उसे पूरी रात खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। इसके पीछे वैज्ञानिक तर्क यह है कि चंद्रमा के औषधीय गुणों से युक्त किरणें पड़ने से खीर अमृत के समान हो जाती है। इसका सेवन करना सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन चांद की रोशनी का खीर रखने का पौराणिक महत्व है। मान्यता है कि इस खीरा का सेवन करने से हर रोग से मुक्ति मिलती है। आप भी घर पर टेस्टी खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखें।
ऐसे बनाएं खीर
सबसे पहले चावल को धोकर 1 घंटे के लिए भिगोकर रख दें। इसके साथ ही दो चम्मच दूध में केसर भिगोंकर रखें। एक भारी तली वाला पैन में दूध डालकर गर्म करें। जब दूध में उबाल आने लगे तब इसमें केसर और चावल डालें। इसके बाद गैस धीमी करके इसे पकने दे। जिससे कि ये टेस्टी और क्रीमी हो जाएं। जब ये पक जाएं तो गैस से उतारने के 8 -9 मिनट पहले इसमें चीनी और इलायची पाउडर, नारियल और सभी मेवे डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसे एक बड़े बाउल में निकालकर पिस्ता और बादाम से गार्निश कर सर्व करें।
शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020
रातभर बाहर रखी खीर पर बना देती हैं अमृत
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