बुधवार, 21 अक्तूबर 2020

होम आइसोलेशन का फैसला खुद करें

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेशन का फैसला मरीज खुद न करें, यह निर्णय रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की सलाह पर ही लें। बगैर किसी डॉक्टर के परामर्श के मनमाने तरीके से होम आइसोलेशन में रहना जानलेवा साबित हो सकता है। सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने लोगों से अपील की है कि बिना सलाह के होम आइसोलेशन में न रहें। सीएमओ ने बताया कि कोरोना के निशुल्क इलाज के लिए जिले के सरकारी अस्पतालों में 600 बेड की सुविधा उपलब्ध है। बीआरडी मेडिकल कालेज में उच्च चिकित्सा हेतु 500 बेड, 100 बेड टीबी अस्पताल में 90 बेड कोविड के लिए बनाए गए हैं। इसके अलावा जो लोग निजी अस्पताल में इलाज कराना चाहते हैं उनके लिए निजी अस्पतालों में सुविधा शुरू की गई है। रेलवे अस्पताल में भी कोविड के लिए 25 बेड की निशुल्क सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में होम आइसोलेशन का विकल्प भी उन्हीं लोगों को चुनना चाहिए जो कि इसके योग्य हैं। बताया कि 19 अक्तूबर तक जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना के कुल 3201 मरीज भर्ती कराए गए हैं। जबकि 13765 लोग होम आइसोलेशन में इलाज करवा चुके हैं।               


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