सेमरी गांव में स्वास्थ्य टीम ने कराया फांगिंग, बांटे पर्चे।
सिद्धार्थनगर। खुनियांव क्षेत्र के सेमरी गांव में एक किशोर में चिकुनगुनिया, स्क्रबटाइफस एवं डेंगू के लक्षण एक साथ मिलने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सेमरी गांव में फागिंग कराते हुए ग्रामीणों में जागरूकता के पर्चे बांटे। इसके साथ ही सभी को मच्छरों से बचाव करने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, अगस्त से अक्टूबर माह के बीच मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाने से डेंगू व मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। खुनियांव क्षेत्र के सेमरी गांव में स्वास्थ्य टीम ने फांगिंग कराते हुए ग्रामीणों के बीच पर्चे बांटे। इस गांव में फागिंग की प्रक्रिया बराबर कराई जा रही है। साथ ही आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्य विभाग की अन्य टीम टीमें बराबर लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं। इस गांव में 17 वर्षीय किशोर में अगस्त माह में एक साथ डेंगू, चिकुनगुनिया, स्क्रबटाइफस के लक्षण मिले थे, अभी मरीजों की श्रेणी का निर्धारण न होने के चलते उन्हें एईएस में रखा गया है। जिला मलेरिया अधिकारी एके मिश्रा ने बताया कि मच्छरों के काटने से डेंगू व मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। किशोर में एक साथ डेंगू, मलेरिया व स्क्रबटाइफस के लक्षण मिले थे। इसे इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) बांसी में रखकर उपचार कराया गया। किशोर पूरी तरह से स्वस्थ है। विभाग- डेंगू मलेरिया से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। समुदाय के लोग यह ध्यान रखें कि घरों के छत पर, अगल-बगल, बाथ टब, फ्रिज व कूलर जैसी जगहों पर गंदा पानी न ठहरे। गंदा पानी में लार्वा छोड़ देने से बीमारी फैलनी शुरू हो जाती है।
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