रविवार, 16 अगस्त 2020

मुस्लिम का शव, हिंदू को दिया, अंतिम संस्कार

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर से डॉक्टरों की लापरवाही का एक बड़ा कारनामा सामने आया है। दरअसल अस्पतालों में बच्चा बदलने की खबरें तो आमतौर पर आपने सुनी होंगी पर ग्वालियर के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य हॉस्पिटल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही का कारनामा सामने आया है। यहाँ अस्पताल के पीएम हाउस में रखी शव ही बदल गया बड़ी बात ये है कि हिंदू परिवार के लोग डॉक्टर की मौजूदगी में किसी दूसरे के शव को अपने परिजन का शव समझकर ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया जबकि वो शव मुस्लिम का था।


क्या है पूरा मामला


प्राप्त जानकारी के अनुसार,जयारोग्य अस्पताल के ट्राॅमा सेंटर में भर्ती कराये गए इरतजा मोहम्मद के भतीजे अकरम खान के मुताबिक उनके ताऊजी को किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था जिसके बाद उन्हें 11 अगस्त को जयारोग्य अस्पताल के ट्राॅमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उनकी इलाज के दौरान 13 अगस्त जो मौत हो गई। लेकिन डॉक्टर ने शव ये कहकर देने से मना कर दिया कि कोरोना रिपोर्ट आने तक नहीं दी जायेगी तब तक ये पीएम हाउस में रखा जायेगा। कल रात जब रिपोर्ट नेगेटिव आई तो डॉक्टर ने शव ले जाने के लिए पेपर दे दिये लेकिन जब वे शव लेने पीएम हाउस पहुंचे तो वहाँ शव नहीं था। जब खोजबीन की गई तो पता चला कि उनके परिजन का शव किसी दूसरे को दे दिया गया है।
परेशान परिजनों ने पुलिस को फोन किया तो प्रारंभिक जांच में पता चला कि किसी सुरेश चंद बाथम के परिजन कल एक शव लेकर गए हैं जब उन्हें बुलाया गया तो साफ हो गया कि वे ही इरतजा मोहम्मद की शव ले गए और जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार भी कर दिया जबकि सुरेश चंद बाथम का शव अभी भी पीएम हाउस में रखा है। अब इरतजा मोहम्मद के परिजन लापरवाह डॉक्टर, गार्ड, सहित सुरेश चंद बाथम के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं वहीं पुलिस का कहना है कि जांच में जिसकी भी लापरवाही सामने आयेगी उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जायेगा।            

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...