चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि 'कोई गल नहीं' के पंजाबी रवैये के कारण लोगों की कोविड-19 जांच में देरी हो रही है लेकिन कुछ मामलों में यह हानिकारक हो सकता है। सिंह ने हरियाणा की अपेक्षा पंजाब में मृत्यु दर अधिक होने के लिये इसी रवैये को जिम्मेदार करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह रवैया ठीक है लेकिन कुछ मामलों यह हानिकारक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में पहले ही बता दिया था। सिंह ने कहा, 'मौजूदा समय में जो सबसे बड़ी चिंता है वह है प्रदेश में कोविड के बढ़ते मामले। कोई गल नहीं की पंजाबी भावना के कारण लोगों की जांच और उनके इलाज में देरी हो रही है। मुख्यमंत्री औद्योगिक नेताओं के एक बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
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