मंगलवार, 7 जुलाई 2020

'कावड़-यात्रा' के लिए नहींं जाए श्रद्धालु

इस बार कावड़ यात्रा की अनुमति नहीं : जिलाधीश
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश सरकार ने कावड़ यात्रा पर लगाई पाबंदी


रतन सिंह चौहान
पलवल। जिलाधिकारी नरेश नरवाल ने कहा कि प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में आयोजित होने वाली कावड़ यात्रा को इस वर्ष उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना के दृष्टिगत स्थगित कर दिया है। उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की सरकारों ने कोरोना संक्रमण की वजह से कावडिय़ों के रहने व ठहरने की व्यवस्था करने में असमर्थता जताते हुए यह निर्णय लिया है। इसलिए जिला से कोई भी श्रद्धालु इस बार कावड़ लेने के लिए न जाए।
जिलाधीश ने बताया कि उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय के मध्यनजर हरियाणा सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि हरियाणा के किसी भी जिले से कोई भी शिव भक्त कावड़ लेने के लिए न जाएं। उत्तराखंड व यूपी सरकार ने हरियाणा सरकार को इस संबंध में आमजन को जागरूक करने का आग्रह किया है ताकि शिव भक्त कावड़ लेने के लिए न जाएं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति कावड़ लेने के लिए उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड जाता है तो वहां की सरकार द्वारा आरोपी के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनन कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।  
         श्री नरवाल ने जिलावासियों से आह्वïान किया कि वे इस बार कावड़ यात्रा का कार्यक्रम न बनाएंं। उन्होंने जिले की विभिन्न कावड़ समितियों, भक्त मंडलियों व धार्मिक संस्थाओं के  पदाधिकारियों आदि से अपील की है कि वे अपने-अपने अनुयायियों को कावड़ यात्रा न करने बारे में जागरूक करें। जिलाधीश ने कहा कि इस संबंध में संबंधित अधिकारियों व पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दे दिए गए हैं कि कावड़ यात्रा करने वालों पर निगरानी रखें और उन्हें कावड़ यात्रा पर न जानेे दें। जिलाधीश ने कहा कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए हरियाणा सरकार ने इस वर्ष श्रावण मास के दौरान हरिद्वार से पवित्र गंगा जल प्रदेश के मंदिरों में पंहुचाने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।               


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