मंगलवार, 14 जुलाई 2020

ईरान की करीबी से भारत को परेशानी

तेहरान/ बीजिंग। ईरान और चीन में एक महात्वाकांक्षी डील हुई है, जिस पर अब पूरी दुनिया की नज़र है। दोनों देशों के बीच हुआ यह रणनीतिक और व्यापारिक समझौता अगले 25 वर्षों तक मान्य होगा। इस समझौते के बाद मंगलवार को ख़बर आई कि ईरान ने चाबहार रेल प्रोजेक्ट से भारत को अलग कर दिया है।उसने इसकी वजह भारत की ओर से फंड मिलने में देरी को बताया है। ईरान और भारत के बीच चार साल पहले चाबहार से अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर ज़ाहेदान तक रेल लाइन बिछाने को लेकर समझौता हुआ था। अब ईरान ने अपने आप ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का फ़ैसला लिया है और इस पर काम शुरू कर दिया है। अमरीकी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार तक़रीन 400 अरब डॉलर की इस डील के तहत, ईरान चीन को अगले 25 वर्षों तक बेहद सस्ती दरों पर कच्चा तेल देगा और बदले में चीन ईरान में बड़े स्तर पर निवेश करेगा। दोनों देशों ने यह समझौता ऐसे वक़्त में चुपचाप किया है जब दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही है। चूंकि ईरान ने चीन के साथ यह समझौता अमरीका की पाबंदियों और धमकियों को दरकिनार कर किया है, इसलिए इसके दूरगामी प्रभाव होने के आसार जताए जा रहे हैं।              


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


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