लखनऊ। कहा जाता है राजनीति में कुछ भी संभव है। ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है चाचा शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच। दोनों काफी समय से एक दूसरे से दूर है। शिवपाल यादव ने अखिलेश से किनारा कर अपनी नई पार्टी बनाकर सपा को चुनौती दी थी लेकिन उनकी चुनौती राजनीति पटल कुछ खास असरदार साबित नहीं हुई है।
हालांकि चुनावी दंगल में चाचा शिवपाल यादव ने सपा को वोट काटकर मुलायम की पार्टी को नुकसान जरूर पहुंचाया। सपा के कुनबे में दरार की वजह से अखिलेश दोबारा यूपी के सीएम नहीं बन सके।
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