मंगलवार, 30 जून 2020

लोगों को रोकना-टोकना और समझाना होगा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में ही देश की 80 करोड़ जरूरतमंद जनता को दीवाली का गिफ्ट दे दिया। उन्होंने कहा कि छठ और दीवाली के त्यौहार को देखते हुए अब नवंबर तक जनता को मुफ्त राशन मिलेगा। इस पर करीब 90 हजार करोड़ का खर्च आएगा।


प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार की घोषणा की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक यानी नवंबर महीने के आखिर तक करने का फैसला हुआ है। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली यह योजना, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर तक लागू रहेगी।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है।”उन्होंने कहा कि अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोजगार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर के कहीं और जाते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक और बड़ी बात है जिसने दुनिया को भी हैरान किया है, आश्चर्य में डुबो दिया है। वो ये कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन, यानि परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया। एक तरह से देखें तो, अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को,और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।”प्रधानमंत्री मोदी ने अन्न योजना के विस्तार के पीछे वजह बताते हुए कहा, “हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्य तौर पर एग्रीकल्चर सेक्टर में ही ज्यादा काम होता है। अन्य दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है। त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए।”


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अनलॉक 2.0 के दौरान कोरोना को लेकर और अधिक सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि विशेषकर कन्टेनमेंट जोन पर हमें बहुत ध्यान देना होगा। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अनलॉक शुरू होने के बाद लापरवाहियों को लेकर चिंता भी जताई।


‘जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, उन्हें रोकना, टोकना और समझाना होगा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें रोकना, टोकना और समझाना होगा। इससे पहले हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से कई लोगों का जीवन बचा है। उन्होंने कहा कि दुनिया के अनेक देशों की स्थिति में भारत संभली हुई स्थिति में है। लॉकडाउन ने लाखों लोगों का जीवन बचाया। 


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