रविवार, 22 मार्च 2020

प्रशासन की कवायद, धरने पर महिलाएं

प्रशासन की सारी कवायद फेल,मंसूर अली पार्क में महिलाएँ धरने पर डटी रहीं


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस और जनता कर्फ्यू का हवाला दे कर मंसूर अली पार्क में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ चल रहे धरना समाप्त कराने की, प्रशासन की कवायद कई दौर की वार्ता के बाद भी फेल हो गई। शनिवार को दिन के दो बजे से रात एक बजे तक सारा पुलिस का अमला धरना समाप्त कराने को मंसूर पार्क के आस-पास डटा रहा। प्रशासन को सफलता मिलती दिख रही थी।आलाधिकार धरने की अगुवाई करने वाले लोगों को मनाने में कामयाब हो गई।सायरा अहमद,उमर खालिद,फराज़ उसमानी और ज़ीशान रहमानी को मोहर्रम कमेटी के इसरार नेयाज़ी,जावेद पम्प की मध्यस्ता से प्रशासन ने धरना समाप्त कराने को राज़ी कर लिया।उन लोगों ने बाक़ायदा धरना समाप्त करने का एलान कर दिया।लेकिन धरने मे शामिल महिलाओं ने धरने को किसी क़िमत पर स्थगित न करने की ज़िद ठान ली।धरना समाप्त करने की सुगबुगाहट और प्रशासनिक अमले के बढ़ते दबाव को देखते आस पास के मोहल्लों से हज़ारों लोग सड़को पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया।इस बीच प्रशासन ने सूझ बूझ का परिचय देते रात एक बजे रौशन बाग़ से वापसी कर ली।पुलिस के वापसी पर लोगों ने जहाँ जोश के साथ हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद का नारा बचलन्द किया वही पुलिस प्रशासन ज़िन्दाबाद के नारे भी लगने लगे।जमा भीड़ पुलिस के बैक फुट होने पर पीछे पीछे खुलदाबाद तिराहे तक पुलिस प्रशासन की गाड़ियों को वापिस भेज कर ही लौटी।उधर धरने की अगुवाई करने वालों के जाने के बाद संचालन की ज़िम्मेदारी नेहा यादव ने सम्भाल ली।प्राताः ४बजे सायरा आहमद के मंसूर पार्क में प्रवेश करने पर लोगों ने यह कह कर उनको अन्दर जाने से रोक दिया की अब आप का कोई काम नहीं अब आप वापिस जाईये।दिन में अब्दुल्ला तेहामी,फराज़ उसमानी के मंसूर पार्क में प्रवेश करने पर लोग विरोध करने लगे और हाँथा पाई की नौबत आ गई।लोगों ने समझा बुझा कर दोनो पक्ष को अलग किया।वहीं दिन भर महिलाएँ धरना स्थल पर मौजूद रहीं लेकिन किसी प्रकार का भाषण या नारे बाज़ी नहीं हुई।धरने को संचालित करने को एक नई कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमे ७ महिलाएँ और ४ युवाओं की टीम बनाई गई है।सै०मो०अस्करी ने बताया की धरने में महिलाओं के खाने पीने की व्यवस्था देख रहे शुऐब अन्सारी ने टीम में कौन कौन शामिल है इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है।वहीं धरना स्थल पर जहाँ महिलाएँ पार्क के अन्दर मौजूद रहीं वही राजनितिक दलों के साथ सामाजिक संगठनों के लोग सड़कों पर डटे रहे।शुऐब अन्सारी,इरशाद उल्ला,सै०मो०अस्करी,पार्षद अक़िलुर्रहमान,पार्षद मो०आज़म,पार्षद रमीज़ अहसन,अफसर महमूद,इफ्तेखार अहमद मंदर आदि मौजूद रहे। संक्रमण को देखते हुए मंसूर अली पार्क के मेन गेट को बन्द कर पुरुषों के प्रवेश पर लगाई गई रोक।


मंसूर अली पार्क में नई कमेटी के लोगों ने मेन गेट पर बाँस बल्ली लगा कर उसे पुरुषों के प्रवेष के लिए बन्द कर दिया।दिन भर महिलाएँ पार्क के अन्दर डटी रहीं और गप शप चलती रही।कोई नारा न लगा न ही भाषण बाज़ी हुई।पार्क के बाहर पुरुष कोरोना वॉयरस और रात की घटना को ले कर चर्चा करते रहे।बीच बीच मे लोगों को आगाह किया जाता रहा की कोई भी ऐसा कार्य न करे जिस से हमारा सीएए एनआरसी और एनपीआर को लेकर चल रहा आन्दोलन कमज़ोर हो।सै०मो०अस्करी ने बताया की युवाओं ने कोरोना वॉयरस से बचाव के लिए  पार्क के तीन साईड के मेन रासतों को बल्लियों और रस्सियों से बैरिकेड कर पुरी तरहा से बन्द कर दिया ताकि भारी संख्या को रोका जा सके और संक्रमण भी न फैले।शनिवार की देर रात को ही युवा बल्लियाँ लगाने मे लग गए थे धीरे धीरे सभी मेन रास्तों को आवाजाही के लिए बन्द कर दिया गया।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...