भौर हुई 'सूरज' उग आया,
लालू ने खूब रंग जमाया।
'हरे-पीले' रंगों में नहाया,
'गली-कूचो' में मच गया शोर....
उसने उसकी चुटिया खींची,
चटनी के रंगों ने रेखा खिचीं।
पानी के गुब्बारे ले आया 'लडडू',
इन्हीं संस्कारों से रचा 'जग-संसार'।
आपको, आपके परिवार को 'यूनिवर्सल एक्सप्रेस' के परिवार की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं।
शिवांशु 'निर्भयपुत्र'
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Thank you, for a message universal express.