शनिवार, 7 मार्च 2020

8 अंतरराज्यीय साइबर अपराधी अरेस्ट

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। साइबर अपराध करने वाले 08 अंतरराज्जीय अभियुक्त मय लैपटाॅप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, नगदी तथा काजगात सहित स्वाट/सर्विलांस टीम द्वारा गिरफ्तार


श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेशानुसार श्रीमान् पुलिस अधीक्षक अपराध के कुशल नेतृत्व में नौकरी लगवाने एवं बीमा करवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफास कर गिरफ्तार करने हेतु स्वाट/सर्विलांस टीम को लगाया गया था। मुखबिर की सूचना पर दिनांकः 07.03.2020 को स्वाट/सर्विलांस टीम केद्वारा राजनगर, आर0डी0सी0 में चल रहे इस प्रकार के अवैध काॅल सेन्टर पर कार्यवाही करते हुए 08 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से लैपटाॅप, मोबाइल फोन, नौकरी दिलाने हेतु फर्जी कागजात, भारी मात्रा में सिमकार्ड एवं नगदी तथा अन्य इलैक्ट्रानिक उपकरण बरामद किये गये हैं। इस सम्बन्ध मंे थाना कविनगर पर मु0अ0सं0-471/2020 धारा 419,420,467,468,471,120बी भादंवि व 66/66सी/66डी आईटी एक्ट पंजीकृत कराया गया है। 
पूछताछ का विवरण/मोडसआपरेन्डाई:-
  अभियुक्तगण ने पूछताछ के दौरान बताया कि हम लोग विभिन्न जाॅब पोर्टल जैसे नौकरी डाॅट काॅमआदि से नौकरी के लिए आवेदन किये हुए लोगों का डाटा रूपये देकर खरीदते हैं। प्राप्त डाटा के आधार पर आवेदकों के फोन पर नौकरी देने के नाम पर हम लोगों के द्वारा फोन/ई-मेल किये जाते हैं, साथ ही लोगों को विश्वास में लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र/इन्टरव्यू लेटर/काॅल लेटर उनके नम्बर पर प्रेषित किये जाते हैं और उन्हे एक व्हाटशएप नम्बरदेकर उनसे सम्पर्क किया जाता है। लेटर भेजने के बाद उनसे रजिस्ट्रेशन/इन्टरव्यू काॅस्ट के नाम पर रूपये अपने गूगल पे/फोन पे/पेटीएम एकाउन्ट में डलवा दिया जाता है। उसके बाद जिस नम्बर से कैन्डीडेट को काॅल किया जाता था, उसे हम कुछ समय के लिए बन्द कर देते थे। दिन-भर में सैकड़ों लोगों को फोन किया जाता था, ज्यादातर ऐसे काॅल दूरस्थ प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, तेलांगना, उडीसा, पश्चिम बंगाल, आंधप्रदेश इत्यादि के नम्बरों पर किया जाता था, जिससे पीड़ित बार-बार पुलिस के पास ना जाए। दिन भर में लगभग 10-12 लोगझांसे में आ जाते थे, जिनसे हम रूपये डलवा लेते थे। हमारे गैंग के कुछ सदस्य काॅल करने एवं प्राप्त धन के ट्राजेक्सन के लिएसिम-कार्ड तथा बैंक एकाउन्ट उपलब्ध कराते थे, जिन्हें प्राप्त धन का 30 प्रतिशत इसके एवज् में कमीशन के तौर पर दिया जाता था। 
इस कार्य के लिए गैंग के कुछ सदस्य कुछ बेबसाइट के माध्यम से प्रतिष्ठित कम्पनियों के फर्जी मोनोग्राम/लाॅगो लगाकर नियुक्ति पत्र/काॅल लेटर तैयार करते थे, साथ ही बिट-ली जैसे बेबसाईट से टैक्स्ट मैसेज भेजने के लिए लिंक भी तैयार करते थे।  
गिरफ्तार अभियुक्तललित शर्मा ने बताया कि इंशोरेन्स कम्पनी के विवादों के समाधान के लिए/नई पाॅलिसी बेचने के लिए/आर्कषक बोनस देने के लिए भी हमारे द्वारा काॅल करके लोगों से रूपया फोन-पे/गूगल-पे में जमा कराया जाता था  होना बताते थे। इस प्रकार गिरफ्तार अभियुक्तगणों द्वारा विगत कई वर्षाें से निरन्तर नौकरी/इंशोरेन्स के नाम पर लाखों की धोखा-धड़ी की गयी है। इनके द्वारा नौकरी डाॅट काॅम से जो डाटा खरीदा जाता था, उसकी वैधानिकता के सम्बन्ध में जांच की जा रही है, इनके द्वारा कारित घटनाओं के बारे में पूछताछ कर कई राज्यों के विभिन्न शिकायत कर्ताओं के द्वारा दर्ज कराई गयी शिकायतों का विवरण प्राप्त हुआ है जिसका उल्लेख किया जा रहा है तथा पूछताछ में आगे भी अनेक घटनाओं के बारे में जानकारी होने की सम्भावना है।ऐसे मुख्य शिकायतों का विवरण निम्नानुसार है।
अभियुक्तगण द्वारा देश के विभिन्न प्रान्तों के ठगी के पीड़ित व्यक्तियों तथा उनसे ठगी की गयी धनराशि का विवरण:-


क्र0सं0 पीड़ित व्यक्ति का नाम धनराशि 
1 निखिल सर्वेदय निवासी मुम्बई महाराष्ट्र 180000
2 अब्दुल खान महाराष्ट्र 90000
3 सौविक मिस्त्री कोलकाता  82600
4 कैलाश रामेश्वर पार्क लोनी गाजियाबाद उ0प्र0 77000
5 भानु एटा उ0प्र0 50000
6 विशाल रूपचन्द काम्बले ब्रहम्पुरी महाराष्ट्र 30000
7 नागार्राजुन रेडी आन्धप्रदेश  28000
8 सुष्मा रेडी हैदराबाद  27000
9 रोहित संगम देहली 22000
10 रमेश शहीदानिकेडा टन्डा  20000
11 सत्यजीत उडीसा  20000
12 सोमनाथ करमाकर बाकपुरा बेस्ट बंगाल  20000
13 रोहित खरे तमिलनाडु 18000
14 शिवप्रिया चैन्नई  15000
15 गन्टिका कार्तिका विशाखापट्टनम 13000
16 प्रिन्स हुगली कर्नाटका  13000
17 नरेश हैदराबाद 10000


 अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार दूसरे राज्यों मंे निम्न एफआईआर दर्ज होने की जानकारी प्राप्त हुई है। 
1.  मु0अ0सं0-266/19 धारा 420 भादवि एवं 66सी/डी आईटी एक्ट थाना ठाणे मुम्बई
 वादी अब्दुल वासिद निवासी मुम्बई।
  इसके अतिरिक्त जनपद मंे पूर्व में घटित इसी तरह के अपराधों में पंजीकृत प्रथम सूचना रिपोर्ट में भी इनकी संलिप्तता के प्रकरण प्रकाश में आये हैं, जिनके बारे में गहनता से जांच की जा रही है। विवरण निम्नानुसार है:-


1.  मु0अ0सं0-17/2020 धारा 420, 406, 506 भादवि थाना लोनी जनपद गाजियाबाद।
2. मु0अ0सं0-2245/2019 धारा 420 भादवि, 66 सू0प्रौ0अधि0 थाना साहिबाबाद जनपद गाजियाबाद।
3. मु0अ0सं0-395/2020 धारा 420,467,468,471,406,504,506,120बी भादवि थाना साहिबाबाद जनपद  गाजियाबाद।
4. मु0अ0सं0-571/2020 धारा 66 सू0प्रौ0अधि0 थाना सिहानीगेट जनपद गाजियाबाद।
5. मु0अ0सं0-88/2019 धारा 420 भादवि थाना मोदीनगर जनपद गाजियाबाद।
6. मु0अ0सं0-799/2019 धारा 420, 406 भादवि थाना लोनी बार्डर जनपद गाजियाबाद।
7. मु0अ0सं0-144/2020 धारा 420, 406, 506 भादवि थाना कविनगर जनपद गाजियाबाद।


गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम, उम्र, शिक्षा एवं व्यवसाय:-
1. स्वतन्त्र शर्मा पुत्र महेन्द्र प्रताप शर्मा निवासी नेहरूनगर थाना सिहानीगेट गाजियाबाद।
 उम्र-49 वर्ष शिक्षा-इण्टरमीडिएट व्यवसाय-पूर्व में मेडीकल स्टोर चलाता है। 
 (गैंग का मुख्य सदस्य जिसके द्वारा स्वयं फर्जी काॅल लेटर/नियक्ति पत्र तैयार किया जाता था) 
2. ़तुषार उर्फ आकाश तौमर पुत्र श्री सुरेश तौमर निवासी वेदविहार कालौनी थाना मोदीनगर  गाजियाबाद।
 उम्र-40 वर्ष शिक्षा-स्नातक व्यवसाय-पूर्व में कपड़े की दुकान चलाता था।  
 (टैक्स्ट मैसेज के साथ लिंक अटैच कर आवेदक को भेजता था)
3. विक्रम सिंह यादव पुत्र स्व0 लाल सिंह यादव निवासी कृष्णा नगर बागू थाना विजयनगर  गाजियाबाद।
 उम्र-45 वर्ष शिक्षा-स्नातक
 (फर्जी बैंक एकाउन्ट/यूपीआई नम्बर उपलब्ध कराता था जिसके एवज में कमीशन प्राप्त करता था। )
4. ललित शर्मा पुत्र शिशुपाल शर्मा निवासी विवेकानन्द नगर थाना कविनगर गाजियाबाद।
 उम्र-34 वर्ष शिक्षा-इण्टरमीडिएट एवं कम्प्यूटर डिप्लोमा व्यवसाय-बेबसाईट डिजायनर
 (इन्शोंरेन्स से सम्बन्धित फ्राड का मुख्य मास्टर माइन्ड)
5. प्रीतम सिंह पुत्र धर्म सिंह निवासी मंगूपुरा नया मुरादाबाद जनपद मुरादाबाद।
 उम्र-40 वर्ष शिक्षा-स्नातक व्यवसाय-लेवर ठेकेदार
 (फर्जी बैंक एकाउन्ट/यूपीआई नम्बर उपलब्ध कराने में सहयोगी)
6. विशाल कुमार पुत्र विनय कुमार निवासी विवेकानन्दनगर थाना कविनगर गाजियाबाद।
 उम्र-24 वर्ष शिक्षा-एम0काॅम0 व्यवसाय-बी0पी0ओ0 जाॅब
 (कैन्डीडेट को काॅल करके झांसा देने वाला)
7. संजय भारद्वाज पुत्र स्व0 सतीश भारद्वाज निवासी गोविन्दपुरम थाना कविनगर गाजियाबाद।
 उम्र-32 वर्ष शिक्षा-हाईस्कूल व्यवसाय-विद्युत विभाग में संविदा कर्मी।
 (कैन्डीडेट को काॅल करके झांसा देने वाला)
8. हिमांशु शर्मा पुत्र संजीव शर्मा निवासी एनआईटी फरीदाबाद हरियाणा। 
 उम्र-20 वर्ष शिक्षा-11 व्यवसाय-पूर्व में कपडे का सेल्समेन 
 (कैन्डीडेट को काॅल करके झांसा देने वाला)


वांछित अभियुक्तों के नाम:-1. प्रवीन शर्मा निवासी देहरादून उत्तराखण्ड।
2. विकास निवासी बागू थाना विजयनगर गाजियाबाद।


बरामदगी का विवरण:-1. लैपटाॅप-05 
2. मोबाइल फोन-28
3. सिमकार्ड-71
4. नगदी-55200 रूपये
5. अशोक लीलैण्ड कम्पनी के फर्जी जाॅब आॅफर लैटर 
6. बजाज फाइनैन्स कम्पनी के फर्जी लोन अप्रूवल लैटर
7. टाटा एवं एल एण्ड टी के जाॅब आँँफर फर्जी लैटर
8. विभिन्न बैंको के एटीएम/डैबिट/क्रैडिट कार्ड।


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