मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

केजरीवाल के लिए 14 फरवरी लक्की

नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और आज इसके नतीजे भी शाम तक आ जाएंगे। अगर आम आदमी पार्टी आज चुनाव परिणाम में विजयी होती है तो दिल्ली में आप की यह लगातार तीसरी सरकार होगी। ऐसा होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर 14 फरवरी को शपथ ले सकते हैं। इसे संयोग भी कहा जा सकता है कि 2013 और 2015 दोनों ही बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 14 फरवरी का दिन किसी न किसी तरह अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर केजरीवाल की जीत हुई तो वे 14 फरवरी को ही शपथ ले सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन से उनका बेहद खास नाता है। वो चाहते भी हैं कि इसी दिन वो शपथ लें। तो आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों केजरीवाल को इस दिन से लगाव है और वो क्यों इस दिन ही शपथ लेना पसंद करते हैं। साल 2013 में पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। बीजेपी को 31, आम आदमी पार्टी ने 28 और कांग्रेस को 8 सीटों पर जीत मिली। आप ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाई। अरविंद केजरीवाल ने 28 दिसंबर को पहली बार दिल्ली के सीएम पद की शपथ ली। लेकिन कांग्रेस और AAP के बीच अनबन हो गई। सिर्फ 49 दिनों में ही सरकार गिर गई। इसके बाद केजरीवाल ने इस्तीफा देने का फैसला किया। खास बात ये है कि केजरीवाल ने 14 फरवरी 2014 के दिन ही इस्तीफा दिया। साल 2015 में चुनाव का ऐलान होते ही आप के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने ऐलान कर दिया था कि केजरीवाल रामलीला मैदान में 14 फरवरी को शपथ लेंगे और हुआ भी वही। आप को धमाकेदार 67 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों पर जीत से संतोष करना पड़ा। वहीं कांग्रेस का सफाया हो गया। इसके बाद केजरीवाल ने 14 फरवरी 2015 को दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा था, दिल्ली को आप के साथ प्यार हो गया है। यह जुड़ाव बहुत गहरा और कभी ना खत्म होने वाला है। सरकार बनने के 3 साल बाद यानी 2018 में केजरीवाल ने एक खास कार्यक्रम किया। खास बात ये है कि इस कार्यक्रम का आयोजन 14 फरवरी के ही दिन किया गया। यानी खुद सीएम अरविंद केजरीवाल इस दिन को बेहद खास मानते हैं।


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