जानिए- कब मनाया जाएगा लोहड़ी पर्व, किस समय होगा शुभ मुहूर्त
जयपुर। राजस्थान समेत उत्तर भारत के प्रमुख त्योहारों में शुमार लोहड़ी इस बार 13 जनवरी के बजाय 14 जनवरी को मनाई जाएगी। दिल्ली-यूपी, पंजाब, राजस्थान समेत उत्तर भारत के प्रमुख त्योहारों में शुमार लोहड़ी इस बार 13 जनवरी के बजाय 14 जनवरी को मनाई जाएगी। बता दें कि प्रत्येक वर्ष मंकर संक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी त्योहार मनाया जाता है, लेकिन इस लोहड़ी और मकर संक्रांति का त्योहार एक-एक रोज आगे खिसक गया है। ऐसे में जहां लोहड़ी 14 जनवरी को मनाई जाएगी तो 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। इस साल 14 जनवरी को मनाए जाने वाले लोहड़ी पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन अग्नि व महादेवी के पूजने से दूर्भाग्य हमसे दूर जाता है और खुशिया का आगमन होता है। इसी के साथ यह भी धारणा है कि इससे पारिवारिक क्लेश तो दूर होता ही है, साथ ही दुख-कष्ट भी दूर होते हैं। त्योहार मनाने के दौरान शाम को लकड़ियां, समिधा, रेवड़ियां, तिल आदि आग में प्रज्जवलित कर अग्नि पूजा की जाती है। जानिए- त्योहार मनाने का शुभ मुहूर्त पुजारियों के मुताबिक, लोहड़ी पूजा का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी को शाम 5:45 बजे के बाद होगा। ज्योतिषियों ने बताया कि ऐसा इसलिए क्योंकि शाम 4:26 मिनट के बाद से 5:45 मिनट तक रोग काल रहेगा। ऐसे में यह त्योहार 5:45 बजे के बाद से मनाया जा सकेगा। ज्योतिषिय गणना के मुताबिक, इस साल लोहड़ी ओर मकर संक्रांति त्योहार की तारीखों में बदलाव के पीछे सूर्य का मकर राशि में आगमन 14 जनवरी की मध्य रात 2:07 मिनट पर होने जा रहा है। यही वजह है कि मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा तो लोहड़ी एक दिन पहले यानी 14 जनवरी को मनाई जाएगी।
हरियाणा के फरीदाबाद में जिन घरों में पिछली लोहड़ी के बाद से बेटों की शादी हुई है या उनका घर-आंगन में बेटे-पोते की किलकारियों से गूंजा है, तो वहां तो परंपरागत रूप से गज-वज के यानी ढोलों की थाप पर नाचते हुए और मालपुए, खीर जैसे पकवानों का स्वाद लेकर लोहड़ी मनाई ही जाती है, अब पिछले कुछ वर्षों से शहरवासियों ने इससे भी आगे बढ़ कर प्रगतिशील सोच का परिचय देते हुए अपनी लाडलियों के जन्म पर भी लोहड़ी मनाने की परंपरा शुरू की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.