किरन रिजीजू ने पुलिस के समर्थन वाला ट्वीट बाद में किया डिलीट
नई दिल्ली ! तीस हज़ारी कोर्ट हिंसा के बाद वकीलों के कोर्ट में किए गए रवैये पर केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ''पुलिस में होना थैंकलेस है। लेकिन वो वाहवाही के लिए काम नहीं करते। वे रोज़ाना अपनी ज़िंदगी को दांव पर लगाते हैं। अगर वे काम करते हैं तो उनकी निंदा होती है और नहीं करते हैं तो भी निंदा होती है। इस पुलिस विरोधी रवैये के बीच हम ये बात भूल जाते हैं कि जब वे ड्यूटी कर रहे होते हैं तो उनके घर, उनका परिवार होता है।'' हालांकि किरण रिजीजू ने यह ट्वीट बाद में अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से हटा दिया है।
गौरतलब है कि तीस हज़ारी कोर्ट में शनिवार को वकीलों और पुलिस की झड़प का विवाद थमता नज़र नहीं आ रहा है। मंगलवार को दिल्ली पुलिस वर्दी में सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को वकीलों ने कामकाज बंद रखा था और इस दौरान उनकी गुंडागर्दी भी सामने आई थी। दिल्ली की अलग-अलग अदालत परिसरों में पुलिस और मीडिया के अलावा आम लोगों के साथ मारपीट की गई थी। इधर बार काउंसिल ने वकीलों से जल्द से जल्द काम पर लौटने की अपील की है।
आईटीओ स्थित दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों ने 'हमें न्याय चाहिए' के नारे लगाए और कहा कि हमें असुरक्षा का एहसास हो रहा है। प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों से दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने मुलाकात की। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने पुलिसकर्मियों से कहा, 'आप सभी शांति बनाए रखें। सरकार और जनता को हमसे उम्मीदें है। हमारे लिए परीक्षा, अपेक्षा और प्रतीक्षा की घड़ी है। आप सभी ड्यूटी पर वापस जाए। इस मसले पर न्यायिक जांच चल रही है। हमें अनुशासन बनाए रखना है। पहले से हालात बेहतर हो रहे हैं।
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