जितेन्द्र सिन्हा
राजिम। फिंगेस्वर विकासखंड के ग्राम कोसमखुटा के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-2 में मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत दूध पीने से 19 नौनिहालों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों की तबीयत खराब होने से गांव में अफरा-तफरी मच गई। इस खबर ने पूरे जिले में हड़कम्प मचा दिया है। अधिकारी मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 02 में मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत 19 बच्चो को दूध पिलाया गया, दूध पीते ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और उल्टी करने लगे। जिसके बाद 108 की मदद से सभी बच्चों को जिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
परियोजना पर्यवेक्षक हितकारिणी देवांगन ने बताया कि आज 2 लीटर दूध का वितरण किया गया। जिसमें 100 एमएल के हिसाब से 19 बच्चों को दूध दिया गया। जिसमें बाकी के 100 एमएल सहायिका ने स्वयं स्वाद चखने की बात कही। जब उनके द्वारा स्वाद लिए जाने पर वह खुद उल्टी करने की बात बताई गई। तो बच्चों को दूध क्यों दिया गया ? वीरेन्द्र हिरौंदिए ने कहा कि दूध में कही कोई खराबी नही है। शासन स्तर पर बकायदा जांच कर शील पैक होती है। बच्चों के खान-पान में सफाई को ध्यान में नहीं रखने के कारण तबियत बिगड़ी होगी। इस मामले को लेकर ग्रामीण काफी भयभीत व दहशत में हैं। अस्पताल परिसर में मामले की जानकारी लेते हुए एसके वाहिले अनुविभगिय अधिकारी राजस्व, ओ पी वर्मा तहसीलदार,डॉ रूपल गुप्ता,विजय पांडे मुख्य नगर पंचायत अधिकारी मौके पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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