गुरुवार, 10 अक्तूबर 2019

मैरी ने बॉक्सिंग की दुनिया में इतिहास रचा

नई दिल्ली! एम सी मैरीकॉम ने बॉक्सिंग की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है । उन्होंने विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए एक मेडल और अपने नाम कर लिया है । यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका आठवां मेडल होगा। इसके साथ ही वे दुनिया की पहली ऐसी बॉक्सर बन जाएंगी, जिसने वर्ल्ड चैंपियनशिप में आठ मेडल जीते हैं।
48 किग्रा वर्ग में छह बार विश्व चैंपियन रह चुकीं मैरीकॉम का यह 51 किग्रा वर्ग में विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक होगा। वैसे वे इसी वर्ग में 2014 में एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने 2018 के एशियन गेम्स में इसी वर्ग में कांस्य पदक जीता था। मैरीकॉम इसी भार वर्ग में लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
एम सी मैरीकॉम ने  विश्व महिला बाक्सिंग चैम्पियनशिप के 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली अब एक और मैडल उनके खाते में निश्चित हो गया है । उन्होंने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंगोट वालेंसिया को 5-0 से मात दी और इस तरह सेमीफाइनल में जाकर मैरी ने भारत के लिए एक पदक पक्का कर लिया ।मैरीकॉम ने क्वार्टर फाइनल के मुकाबले में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने दूरी बनाए रखते हुए दाएं जैब का इस्तेमाल करते हाथ से हुक भी लगा रही थीं। हल्के से बदले हुए स्टांस के साथ खेल रही मैरीकॉम बीच-बीच में चकमा दे बाएं जैब से सटीक पंच लगाने में भी सफल रहीं। कोलंबिया की इंगोट वालेंसिया इस रणनीति को समझ रही थीं और इसलिए एहतियात के साथ खेलती रही तथा अंत में दोनों खिलाड़ी आक्रामक हो गईं। लेकिन मैरीकॉम अपनी विपक्षी से थोड़ा आगे रहीं। वह इंगोट के पास आते ही हुक का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं और यहीं वह इंगोट पर हावी होती जा रही थी । तीसरे दौर में भी मैरीकॉम ने यही किया और जीत अपने नाम दर्ज कर विश्व महिला बाक्सिंग चैम्पियनशिप में इतिहास रच दिया ।


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