सोमवार, 30 सितंबर 2019

भारी बारिश से नदियों ने बदले रास्ते

कोरबा। बीते 48 घंटो की बारिश जिलेभर के लिए आफत साबित हुई है। जिले का ऐसा कोई इलाका नहीं है जहां जनजीवन प्रभावित न हुआ हो। बारिश ने आबादी क्षेत्रो के साथ ही खदान इलाको में भी भारी तबाही मचाई है। आलम यह है की बिलासपुर से कटघोरा का जोड़ने वाला मुनगाडीह का पुल धराशाई हो गया। लेकिन तबाही का यह सिलसिला इससे पहले दीपका क्षेत्र में नजारा आया।


भारी बारिश से उफान पर बह रही लीलागर नदी ने अपनी दशा ही बदल दी जिससे नदी का पानी दीपका खदान में प्रवेश कर गया। नदी की धार खदान में समाहित होने से देखते ही देखते कोयला उत्पादन क्षेत्र का एक फेस भर गया।खदान में काम कर रही करोड़ों रुपये के सावेल, डंपर, ड्रिल समेत अन्य मशीन डूब गए। प्रबंधन ने तत्काल रेस्क्यू कर यहां काम कर तीन कर्मचारियों को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाला, खदान में उत्पादन ठप हो गया है। मूसलाधार बारिश से हदसेव भी प्रचंड होइ चुकी है। बांगो डैम प्रबंधन यहाँ के कई गेट खोलने की तैयारी में है। दूसरी तरफ दरी बराज के दो गेट पहले ही खोले जा चुके है। इसी तरह कोरबा की छोटी सभी नदिया बौराई हुई है। राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है।


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