गुरुवार, 22 अगस्त 2019

वाड्रा की गिरफ्तारी पर काम आएंगे कांग्रेसी

रॉबर्ट वाड्रा के गिरफ्तार होने पर चिदम्बरम जैसे कांग्रेसी ही काम आएंगे। 
इसलिए गांधी परिवार भ्रष्टाचार के साथ खड़ा है।


यदि कांग्रेस और गांधी परिवार का कवच नहीं होता तो श्रीमती सोनिया गांधी के दामाद, श्रीमती प्रियंका गांधी के पति तथा श्रीमान राहुल गांधी के जीजाजी रॉबर्ट वाड्रा भी अब तक जेल के अंदर होते। किसानों की भूमि हड़पने, कंपनियों में विदेशी निवेश, इंग्लैंड में सम्पत्तियां खरीदने के जो संगीन आरोप वाड्रा पर हैं ऐसे आरोपों के चलते देश भर में हजारों लोग जेलों में बंद हैं। लेकिन अब जब देश के गृह और वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम गिरफ्तार हो गए हैं तो उम्मीद की जानी चाहिए कि रॉबर्ट वाड्रा भी जल्द गिरफ्तार होंगे। 15 माह बाद अदालत ने पी चिदंबरम की जमानत भी खारिज कर दी। अब रॉबर्ट वाड्रा को विभिन्न अदालतों से मिली जमानत भी खारिज हो सकती है। जब रॉबर्ट वाड्रा गिरफ्तार होंगे तब चिदंबरम जैसे बड़े कांग्रेसी ही गांधी परिवार के हमदर्द बनेंगे। यही वजह है कि अभी चिदंबरम पर गांधी परिवार पूरी हमदर्दी दिखा रहा है। सूत्रों की माने तो श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर ही 21 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट से लेकर कांग्रेस मुख्यालय तक बड़े कांग्रेसी चिदंबरम के साथ रहे। सुबह प्रियंका गांधी ने केन्द्र सरकार पर राजनीतिक द्वेषता से काम करने का आरोप लगाया तो दोपहर होते होते राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर दिया। जो राहुल गांधी कांग्रेस शासित राज्यों में भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का दावा करते हैं वो भी चिदंबरम के भ्रष्टाचार के साथ खड़े नजर आए। चिदंबरम पर आईएनएक्स मीडिया से रिश्वत लेने का मामला ही नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार से जुड़े 6 आरोप हैं। यह सब तब किया, जब चिदंबरम देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के बजाए स्वयं के परिवार और रिश्तेदारों को आर्थिक तौर पर मजबूत कर दिया। लेकिन इसके बावजूद भी डॉ. मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार चलाने वाला गांधी परिवार भ्रष्टाचार के साथ खड़ा है। यदि चिदंबरम निर्दोष हैं तो अदालत में बा-इज्जत बरी कर देगी। गांधी परिवार को चिदंबरम को लेकर इतनी चिंता क्यों हो रही है? क्या इसके पीछे रॉबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी का डर सता रहा है? वैसे तो श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी नेशनल हेराल्ड की सम्पत्त्ति को हड़पने के मुकदमें को लेकर अदालत से जमानत पर हैं। यदि कांग्रेस को लगता है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार उसके ईमानदार नेताओं को झूठा फंसा रही है तो ऐसे ही आरोपों में कांग्रेस शासित राज्यों पर भाजपा नेताओं पर भी कार्यवाही की जा सकती है। यदि भाजपा के बेईमान नेताओं के विरुद्ध कार्यवाही होगी तो जनता का तो फायदा ही है। आम धारणा है कि पार्षद, विधायक, सांसद, मंत्री आदि बनने के बाद राजनेता जमकर भ्रष्टाचार करते हैं। 
एस.पी.मित्तल


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