कैनबरा. पाकिस्तान को जिस बात का डर था वही हुआ
एफएटीएफ यानि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के एशिया पैसिफिक ग्रुप ने शुक्रवार को पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कर दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रही पाकिस्तानी सरकार के लिए करारा झटका है। पाकिस्तान को वैश्विक मानकों को पूरा ना कर सकने की वजह से अब कई तरह के बैन झेलने होंगे जिसके नतीजे में उसकी हालत खस्ता होनी तय है।
एफएटीएफ ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के 40 में से 32 मानकों पर पाकिस्तान को अयोग्य करार दिया। संगठन ने पाकिस्तान को कई बार मौका दिया कि वो अपनी ज़मीन पर चल रही आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाए। पिछले हफ्ते इस्लामाबाद ने 450 पन्नों का दस्तावेज़ पेश भी किया। जिसमें सरकार के ज़रिए किए गए कानूनी बदलाव और पिछले डेढ़ सालों में आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है। इससे पहले अमेरिका के ओरलैंडो में संगठन की बैठक में भारत ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने पर ज़ोर दिया था। पाकिस्तान 'ग्रे' लिस्ट में पहले से था और भारत की पुरज़ोर कोशिश चल रही थी कि उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाए।
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