नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था तमाम कोशिशों के बावजूद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। बजट के कुछ प्रावधानों के बाद निवेशक लगातार बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। महंगाई दर उम्मीद से कम है जिसकी वजह से मांग सुस्त पड़ी है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का हाल बुरा है। खासकर ऑटो सेक्टर में प्रोडक्शन पर लगाम लगाया जा रहा है। कंपनियों के लिए तो स्टॉक खाली करना चुनौती बन गई है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के कुल जीडीपी का आधा हिस्सा तो केवल ऑटोमोबाइल सेक्टर से आता है। ऐसे में इस सेक्टर में मंदी बड़ी चुनौती है।जिसके माडेनजर आज रिजर्व बैंक आरबीआई नीति का ऐलान करेगा। आर्थिक मामलों के जानकारों को उम्मीद है कि एकबार फिर से रेपो रेट को घटाया जाएगा। पिछली तीन मौद्रिक नीति में लगातार तीन बार रेट कट का ऐलान किया गया है।इस साल अब तक 75 बेसिक प्वाइंट्स की कटौती की जा चुकी है। वर्तमान में आरबीआई बैंकों को 5.75 फीसदी की दर पर ब्याज देता है। रिवर्स रेपो रेट 5.50 फीसदी है।
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